सम्मानित अभिभावक गण एवं प्रिय छात्राएं,
पूरे विश्व की मानव जाति को कोविड-19 वायरस की महामारी के दौर से गुजर रहा है
। मानव सभ्यता की सबसे उत्कृष्ट समय में आया यह संकट सभी तरह के बौद्धिक संपदा के लिए चुनौती बना हुआ है
। दैहिक दूरी बनाए रखना तथा समूह में इकट्ठा न होना ही इसमें बचाव का एक मात्र विकल्प स्थापित हो पाया है
। ऐसे में पठन-पाठन अत्यंत चुनौतीपूर्ण हो गया है
। लेकिन मानव मस्तिष्क अपने विकास के इस चरमोत्कर्ष पर पहुंचकर स्थिर तो नहीं हो सकता, आज तकनीकी के उपयोग से ई-लर्निंग, ऑनलाइन क्लासेस, सोशल मीडिया ग्रुप इत्यादि विधाएं विकल्प के रूप में प्रचलित हुई है
। परंतु यह एक सामयिक परिस्थिति जन्य विकल्प मात्र ही है
। पारंपरिक अध्ययन अध्यापन का महत्व सर्वोच्च है
। हमारा महाविद्यालय सदैव प्रयासरत है कि हम अपने छात्राओं के शैक्षणिक एवं बौद्धिक विकास के लिए उपलब्ध समस्त पद्धतियों के समन्वय से आपके व्यक्तित्व का विकास कर सकें
। आज के इस दौर में अध्यापक और छात्र दोनों को कठिन चुनौती स्वीकार कर अपनी प्रतिभा का संपूर्ण उपयोग कर इसका सामना करना होगा
। हम विपरीत परिस्थितियों में ही निखारते रहे हैं
। हमारा महाविद्यालय इसका साक्षी है कि जब समाज में नारी शिक्षा बहुत प्रचलित नहीं थी तब के दौर में श्री अग्रसेन महिला महाविद्यालय आजमगढ़ की स्थापना उस चुनौती को स्वीकार कर अपना इतिहास स्थापित किया।
प्रिय छात्राओं हर रात की सुबह होती है हर कठिन दौर अपने निश्चित समयांतराल पर समाप्त हो जाता है और इस दौर निखरती है मनुष्य की प्रतिभा। हम पूरे विश्वास के साथ आप का आवाहन करते हैं, आइए हम सब मिलकर अपने संघर्ष के माध्यम से ज्ञान का आदान-प्रदान कर शिक्षा जगत में एक नए अध्याय को स्थापित करें।
आप सभी की उज्जवल भविष्य की शुभकामनाओं के साथ ....